DDU: एनएसएस के 8 स्वयंसेवक प्री-आरडी कैंप के लिए चुने गए – जानें पूरी खबर!

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, जिसे आमतौर पर DDU के नाम से जाना जाता है, ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा और क्षमता का परिचय दिया है। इस बार, विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) से जुड़े आठ स्वयंसेवकों का चयन प्री-आरडी (रिपब्लिक डे) कैंप के लिए किया गया है। यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे समुदाय के लिए गर्व का विषय है। आइए जानें इस खबर की पूरी जानकारी।

DDU: एनएसएस के 8 स्वयंसेवक प्री-आरडी कैंप के लिए चुने गए - जानें पूरी खबर!
DDU: एनएसएस के 8 स्वयंसेवक प्री-आरडी कैंप के लिए चुने गए – जानें पूरी खबर!

प्री-आरडी कैंप क्या है?

प्री-आरडी (प्रारंभिक गणतंत्र दिवस) कैंप का आयोजन हर साल उन एनएसएस स्वयंसेवकों के लिए किया जाता है, जिन्हें गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए चुना जाता है। यह कैंप न केवल स्वयंसेवकों को बेहतर शारीरिक फिटनेस और अनुशासन का अनुभव कराता है, बल्कि उन्हें राष्ट्र के प्रति उनकी जिम्मेदारियों का भी एहसास दिलाता है। यह एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम है जिसमें चयनित होने का अर्थ है कि आप अपने समर्पण और नेतृत्व क्षमता के लिए पहचाने गए हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

DDU के चयनित स्वयंसेवक

DDU के एनएसएस इकाई से इस बार आठ स्वयंसेवकों का चयन हुआ है, जो विश्वविद्यालय की मेहनत, नेतृत्व, और सामुदायिक सेवा के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है। चयनित स्वयंसेवक न केवल अपने शारीरिक कौशल के लिए बल्कि अपनी मानसिक मजबूती और समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए भी जाने जाते हैं।

इन स्वयंसेवकों ने कठिन प्रशिक्षण और चयन प्रक्रिया को पार कर इस सम्मान को प्राप्त किया है। इस कैंप में चयन से उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा और सेवा का परिचय देने का अवसर मिलेगा।

स्वयंसेवकों के चयन की प्रक्रिया

DDU के एनएसएस स्वयंसेवकों का चयन कई चरणों में होता है। सबसे पहले, विश्वविद्यालय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों और कैंपों में उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें नामांकित किया जाता है। इसके बाद, जिला और राज्य स्तर पर चयन प्रक्रिया होती है, जिसमें उनके शारीरिक कौशल, नेतृत्व क्षमता, और सामुदायिक सेवा के प्रति उनके योगदान को आंका जाता है।

अंततः, सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवकों का चयन प्री-आरडी कैंप के लिए किया जाता है, जो बाद में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का अवसर प्राप्त करते हैं।

इस उपलब्धि का महत्व

DDU के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर एनएसएस स्वयंसेवकों का चयन विश्वविद्यालय के उत्कृष्टता और सामुदायिक सेवा के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। यह उन छात्रों के लिए भी एक प्रेरणा है जो एनएसएस के माध्यम से अपने जीवन में बदलाव लाना चाहते हैं। चयनित स्वयंसेवकों का इस प्रकार के कैंप में भाग लेना उनके लिए अपने नेतृत्व कौशल को निखारने और देश सेवा का अनुभव प्राप्त करने का बेहतरीन मौका है।

एनएसएस और DDU का योगदान

DDU में एनएसएस की इकाई लगातार सामाजिक सेवा और छात्रों के सर्वांगीण विकास की दिशा में काम कर रही है। एनएसएस स्वयंसेवक विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में शामिल होते हैं जैसे वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, रक्तदान, और ग्रामीण विकास परियोजनाएं। ये सभी गतिविधियां छात्रों को समाज की सेवा के लिए प्रेरित करती हैं और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने में मदद करती हैं।

प्री-आरडी कैंप का अनुभव

प्री-आरडी कैंप में चुने गए स्वयंसेवकों को शारीरिक प्रशिक्षण, अनुशासन, और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलता है। इस कैंप में प्रतिभागी न केवल अपने शारीरिक कौशल को निखारते हैं, बल्कि उन्हें अन्य राज्यों के स्वयंसेवकों के साथ बातचीत करने और उनकी संस्कृति को समझने का भी मौका मिलता है। यह अनुभव उनके आत्मविश्वास को बढ़ाता है और उन्हें राष्ट्र की विविधता और एकता का एहसास कराता है।

अगले कदम और अवसर

अब जब DDU के आठ स्वयंसेवक प्री-आरडी कैंप के लिए चुने गए हैं, उनके पास राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का सुनहरा अवसर है। इस परेड में शामिल होना किसी भी एनएसएस स्वयंसेवक के लिए बड़े गर्व की बात है, क्योंकि यह उन्हें देश के सामने अपने कौशल और समर्पण का प्रदर्शन करने का मौका देता है। यदि ये स्वयंसेवक इस कैंप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं, तो वे 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

DDU के एनएसएस इकाई के आठ स्वयंसेवकों का प्री-आरडी कैंप के लिए चयन होना एक बड़ी उपलब्धि है, जो विश्वविद्यालय की सामाजिक सेवा और छात्रों के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का सपना देखते हैं। इस चयन ने न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे राज्य को गर्व का एहसास कराया है।

हम उम्मीद करते हैं कि ये चयनित स्वयंसेवक प्री-आरडी कैंप में अपनी उत्कृष्टता साबित करेंगे और गणतंत्र दिवस परेड में DDU का नाम रोशन करेंगे। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा और उनके भविष्य के लिए अनेक नए अवसर खोलेगा।

Author

  • Sana Singh

    She is mostly writing Hindi blogs but now she started writing English blogs as well. She likes to writes very much. She have more than 3.5 years of experience.

    View all posts

Leave a Comment